माझी वांगमयशेती घाट्यात गेली पण माझ्या वाङ्मयशेतीशेतीला चांगले भाव मिळत आहेत.
शेतकरी संघटकच्या २९ व्या वर्धापन दिनाच्या निमित्ताने दि. ०६-०४-२०१२ रोजी संपन्न झालेल्या समारंभात शरद जोशी यांनी केलेले भाषण.
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वाचकांच्या भेटी